हरियाणा सरकार ने राज्य के बेरोजगार युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। इस योजना का नाम है हरियाणा बेरोजगारी भत्ता योजना (Haryana Berojgari Bhatta Yojana)। इसका उद्देश्य ऐसे युवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है जो पढ़े-लिखे हैं लेकिन अभी तक रोजगार प्राप्त नहीं कर सके हैं। इस योजना से राज्य के युवाओं को न केवल आर्थिक राहत मिलेगी बल्कि वे नौकरी की तलाश के दौरान अपने खर्चों को पूरा करने में सक्षम होंगे।
बेरोजगार युवाओं को मिलेगा हर महीने भत्ता
अगर आप हरियाणा राज्य के निवासी हैं और इस समय बेरोजगार हैं, तो आप हरियाणा बेरोजगारी भत्ता योजना का लाभ ले सकते हैं। इस योजना के तहत राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को हर महीने ₹1200 से ₹3500 तक का भत्ता दिया जाता है। यह राशि Direct Benefit Transfer (DBT) के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है। इस कदम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलती है और उन्हें रोजगार पाने के लिए प्रेरणा मिलती है।
भत्ते की राशि शिक्षण योग्यता के अनुसार
इस योजना में बेरोजगार युवाओं को उनकी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर भत्ता दिया जाता है। इसका विवरण नीचे दिया गया है:
- 12वीं पास उम्मीदवार: ₹1200 प्रति माह
- स्नातक (Graduation) पास उम्मीदवार: ₹2000 प्रति माह
- स्नातकोत्तर (Post Graduation) पास उम्मीदवार: ₹3500 प्रति माह
इस योजना का लाभ तभी दिया जाता है जब आवेदक की परिवारिक वार्षिक आय ₹3 लाख से कम हो। इससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सहायता उन तक पहुंचे जिन्हें वास्तव में इसकी आवश्यकता है।
योजना का उद्देश्य
हरियाणा बेरोजगारी भत्ता योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के शिक्षित लेकिन बेरोजगार युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है ताकि वे अपने करियर की तैयारी जारी रख सकें और आत्मनिर्भर बनें।
इसके प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार हैं:
- बेरोजगार युवाओं को नौकरी मिलने तक आर्थिक सहयोग देना।
- युवाओं को निराशा से बचाकर रोजगार की दिशा में आगे बढ़ाना।
- युवाओं को अपने कौशल विकास और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद करना।
- राज्य में रोजगार दर बढ़ाना और बेरोजगारी दर घटाना।
योजना का लाभ कौन उठा सकता है
इस योजना के तहत केवल वे उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं जो निम्न पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं:
- आवेदक हरियाणा का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदक की आयु 21 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आवेदक ने कम से कम 12वीं कक्षा पास की हो।
- आवेदक के परिवार की वार्षिक आय ₹3 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- आवेदक किसी भी सरकारी या निजी नौकरी या व्यवसाय में संलग्न न हो।
- आवेदक इनकम टैक्स पेयर नहीं होना चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज
आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को निम्नलिखित दस्तावेज तैयार रखने होंगे:
- आधार कार्ड (Aadhaar Card)
- निवास प्रमाण पत्र (Domicile Certificate)
- आय प्रमाण पत्र (Income Certificate)
- शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र (Educational Certificates)
- जन्म तिथि प्रमाण पत्र (Date of Birth Certificate)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
आवेदन प्रक्रिया
यदि आप पात्र हैं और योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो नीचे दी गई प्रक्रिया का पालन करें:
- सबसे पहले हरियाणा रोजगार विभाग (Employment Department Haryana) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- वेबसाइट पर जाकर “Select Qualification Type” विकल्प चुनें।
- अब आपके सामने तीन विकल्प आएंगे — 10+2, Graduate, Post Graduate।
- अपनी शैक्षणिक योग्यता के अनुसार उपयुक्त विकल्प पर क्लिक करें।
- इसके बाद “Go To Registration” पर क्लिक करें।
- एक नया पेज खुलेगा जहां आपको अपनी व्यक्तिगत और शैक्षणिक जानकारी भरनी होगी।
- अब सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें जैसे आधार कार्ड, प्रमाण पत्र और फोटो।
- सारी जानकारी भरने के बाद “Submit” बटन पर क्लिक करें।
- फॉर्म सबमिट होने के बाद आपको रजिस्ट्रेशन नंबर मिल जाएगा, जिसे भविष्य के लिए सुरक्षित रखें।
लाभार्थियों को भत्ता कैसे मिलेगा
आवेदन स्वीकृत होने के बाद पात्र उम्मीदवारों को उनकी योग्यता के अनुसार भत्ता राशि हर महीने DBT माध्यम से उनके बैंक खाते में भेजी जाती है। सरकार का कहना है कि इस योजना से राज्य के हजारों शिक्षित बेरोजगार युवाओं को सीधा लाभ मिलेगा और वे अपने रोजगार की तलाश के दौरान आर्थिक रूप से सक्षम बन सकेंगे।
योजना से मिलने वाले प्रमुख लाभ
- शिक्षित युवाओं को मासिक आर्थिक सहायता।
- नौकरी की तलाश में सहायता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा।
- युवाओं को कौशल विकास और करियर निर्माण के लिए प्रेरित करना।
- ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के बेरोजगारों के लिए समान अवसर।
- DBT सिस्टम के माध्यम से पारदर्शिता और भ्रष्टाचार-मुक्त प्रक्रिया।
हरियाणा कौशल रोजगार निगम से जुड़ाव
सरकार इस योजना को हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के साथ जोड़ने की दिशा में काम कर रही है। इससे बेरोजगार युवाओं को कौशल प्रशिक्षण (Skill Training) और रोजगार के अवसर (Job Opportunities) एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगे। यह पहल युवाओं को न केवल आर्थिक सहायता देगी बल्कि उन्हें भविष्य में रोजगार प्राप्त करने के लिए तैयार भी करेगी।

